रीट पात्रता परीक्षा 27-28 फरवरी को आयोजित की जाएगी। परीक्षा में पहली बार परीक्षार्थियों की पहचान करने एवं फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान करने के लिए हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर एवं बायोमीट्रिक तथा फेस रेकग्निशन जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
साथ ही, संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। रीट परीक्षा को लेकर बुधवार को मुख्य सचिव सुधांशु पंत की अध्यक्षता मे सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में परीक्षा की शुचिता, पेपर और ओएमआर शीट की सुरक्षा एवं गोपनीयता, कानून व्यवस्था, प्रश्न पत्रों के सुरक्षित परिवहन, परीक्षार्थियों की सुविधाओं एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
मुख्य सचिव पंत ने निर्देश दिए कि जिस प्रकार चुनाव आयोग निर्वाचन प्रक्रिया के प्रत्येक बिन्दु के लिए एसओपी जारी कर उसकी निर्धारित समय पर शत- प्रतिशत और गम्भीरता से पालना सुनिश्चित करवाता है, उसी प्रकार रीट परीक्षा में भी प्रत्येक बिन्दु की एसओपी जारी की गई है।
इसकी पालना में थोड़ी सी भी अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परीक्षा के दौरान कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रों, स्ट्रॉन्ग रूम एवं संग्रहण केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल एवं होमगार्ड जवानों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं।