भारत सरकार द्वारा किसानों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए किसान आईडी पंजीकरण 2025 की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत किसानों को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान की जाती है, जो उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, सब्सिडी प्राप्त करने और कृषि संबंधी सेवाओं तक पहुंचने में सहायता करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाना और धोखाधड़ी को रोकना है।
1 जनवरी 2025 से पीएम किसान सम्मान निधि सहित अन्य योजनाओं के लिए किसान आईडी अनिवार्य कर दी गई है। अब तक 1 करोड़ से ज्यादा किसानों ने किसान आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
किसान आईडी के लाभ/ फायदे
योजनाओं का लाभ : PM-Kisan, किसान क्रेडिट कार्ड, बीमा योजनाएं।
सब्सिडी प्राप्ति : बीज, खाद, सिंचाई उपकरणों पर छूट।
डिजिटल रिकॉर्ड : फसल और ऋण का डिजिटीकरण।
धोखाधड़ी में कमी : बायोमेट्रिक सत्यापन से गलत दावे रुकेंगे।
पात्रता मानदंड
कृषि भूमि स्वामी : जिनके पास खेती के लिए जमीन है।
बटाईदार/किराएदार : जमीन का लीज एग्रीमेंट होना चाहिए।
आयु सीमा : कोई निश्चित आयु सीमा नहीं।
आधार लिंक्ड बैंक खाता : अनिवार्य है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड : मूल और फोटोकॉपी
- जमीन के दस्तावेज : खतौनी, खसरा नंबर, रजिस्ट्री की कॉपी
- बैंक पासबुक : IFSC कोड सहित
- मोबाइल नंबर : आधार से लिंक्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो : 2 कॉपी
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
चरण 1 : पीएम किसान पोर्टल पर जाएं
PM-Kisan आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
“New Farmer Registration” विकल्प चुनें।
चरण 2 : व्यक्तिगत जानकारी भरें
नाम, पिता/पति का नाम, जन्मतिथि, लिंग आदि दर्ज करें।
आधार नंबर और मोबाइल नंबर लिंक करें।
चरण 3 : भूमि का विवरण दर्ज करें
जिला, तहसील, गांव का नाम चुनें।
खसरा नंबर और भूमि का क्षेत्रफल (हेक्टेयर में) भरें।
चरण 4 : बैंक विवरण अपडेट करें
बैंक खाता संख्या, IFSC कोड और ब्रांच नाम डालें।
चरण 5 : दस्तावेज अपलोड करें
आधार, जमीन के कागजात और फोटो की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
चरण 6 : आवेदन सबमिट करें
सभी विवरण जांचें और “सबमिट” बटन दबाएं।
रजिस्ट्रेशन नंबर नोट कर लें।
ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय या CSC सेंटर पर जाएं।
आवेदन फॉर्म लें और भरें।
दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करें।
फॉर्म जमा करके पावती प्राप्त करें।